Multibagger Stocks Kaise Chune | मल्टीबैगेर शेयर कैसे चुने |

 Multibagger stocks कैसे ढूंढे ? आप कैसे पता कर सकते है की कोई  स्टॉक Multibagger stock बन सकता है की नहीं | Multibagger shares की क्या quality होती है इन सभी सवाल का जबाब इस article में मिलेगा |

Multibagger Stocks kaise chune
Multibagger Stocks Kaise Chune

Multibagger stocks के गुण

  1. Emerging Sector
  2. Sales Growth
  3. Profit Growth
  4. High Net Profit Margin
  5. High Return on Equity
  6. High Interest Coverage Ratio ( Debt Free Status)
  7. Share Holding Pattern
  8. Price to Earning Ratio

Emerging Sector

शेयर बाजार Multibagger stocks हमे emerging sector में मिलेगा | इसका मतलब हमे सबसे पहले इमर्जिंग सेक्टर का पता करना होगा की कौन सा सेक्टर इमर्जिंग है और नया सेक्टर है | जिसका मांग बहुत ज्यादा है मार्किट में | जैसे की कुछ इमर्जिंग सेक्टर निचे दिया गया है |}
  • Department Store
  • Restaurant
  • Internet Catalogue
  • Small Finance Bank
  • Asset Management Company
  • General Insurance
  • Life Insurance
  • Special Consumer Service
  • Other Leisure Facilities
ऊपर कुछ सेक्टर दिया गया है इसके अलावा और नही सेक्टर है जो आपको खोजना है उसके बाद उस सेक्टर का बेस्ट स्टॉक चुने | सेक्टर का सबसे अच्छा शेयर कौन सा है उसे कैसे चुने वो तरीका निचे दिया गया है | जिसे आपको फॉलो करना है |

Sales Growth (बिक्री बढ़त)

कोई स्टॉक Multibagger बनेगा की नही ये हम Sales growth को देख कर थोडा आईडिया लगा सकते है | जैसा की हम जानते है की भारत का GDP ग्रोथ औसतन 8 % है | तो हमे ऐसे कंपनी तलाश करना होगा जो India के GDP की Outperform करें | मतलब जिस कंपनी का sales हमारे GDP ग्रोथ से जयादा हो |अब मन में प्रश्न होगा की कितना प्रतिशत ग्रोथ होना चाहिए ? जहा तक मेरा मानना है कम से कम 15 प्रतिशत तो होना ही चाहिए | तो हम कह सकते है की हमे ऐसे कंपनी तलाश करना चाहिए जिसका CAGR sales growth कम से कम 15 % हो | क्यों की सेल ग्रोथ से हमे यह पता चलता है की  कंपनी जो product बना रही है उसका मार्किट में डिमांड है की नहीं | कंपनी का सेल बढ़ रहा है मतलब उस कम्पनी का profit (लाभ) बढ़ेगा जिससे Earning Per Share बढ़ेगा | जिसके फलस्वरूप Share price बढ़ेगा |

Profit Growth (लाभ बढ़त)

Sales Growth के बाद हमें Profit देखना चाहिए की कम्पनी का लाभ हर साल बढ रहा है की नही | क्योँ की Sales से ज्यादा Profit volatile होता है | यदि दस साल में एक दो बार लाभ कम भी हो तो चेलगा | लेकिन  Loss नही करना चाहिए  | और जो  प्रॉफिट ग्रोथ है वो कमसे कम 15% से ज्यादा होना चाहिए | क्यों की प्रॉफिट का सीधा सम्बन्ध Earning per share है | और EPS का संबंध स्टॉक प्राइस से है |

High net profit margin

उसके बाद Net Profit Margin देखना चाहिए | इससे यह पता चलता है की कंपनी जितना सेल कर रही है उसका कितना हिस्सा घर ले जा रही है | मतलब कितना हिस्सा लाभ में बदल पा रही है | जितना अच्छा नेट प्रॉफिट मार्जिन होगा उतना ही निवेशकों के लिए अच्छा है | इससे कम्पनी के मैनेजमेंट की काबलियत पता चलता है |
Net Profit Margin = (Profit X 100)/ Sales

High Return on Equity

उसके बाद हमें Return on Equity देखना चाहिए | ये जितना ज्यादा हॉग उतना ही अच्छा है | ROE का Comparison उस सेक्टर के अन्य कंपनी से करना चाहिए और देखना चाहिए की उस सेक्टर में किस कंपनी का ROE सबसे ज्यादा है | इससे हमे यह पता चलता है की कौन सी कम्पनी कम equity से ज्यादा धंधा कर पा रही है | यह कम्पनी के मैनेजमेंट के काबलियत की दर्शाता है |
ROE = Profit Attributable to Equity Shareholders / Shareholder’s Fund
Where Profit Attributable to Equity Shareholders does not include profit attributable to minority shareholders) and
Shareholder’s Fund = Equity Share Capital + Other Equity (Does not include Minority Interest)

High Interest Coverage Ratio ( Debt Free Status)

Multibagger Stocks सेलेक्ट करने का अगला Parameter Interest Coverage Ratio है | इससे पट चलता है की कंपनी के ऊपर कितना Debt है | और कंपनी Interest देने के काबिल है की नही | क्यूँ की कंपनी का प्रॉफिट कर्जा खा जाती है | मतलब जिस कम्पनी के उपर कर्जा ज्यादा होगा उस कम्पनी का प्रॉफिट कर्जा चुकाने में खर्च हो जायेगा | जिसे नेट प्रॉफिट मार्जिन कम हो जायेगा | जिसका असर EPS पर पड़ेगा | मतलब EPS कम होगा जिससे शेयर प्राइस कम बढेगा | इसलिए यदि कंपनी Debt फ्री होना बहुत जरूरी है | तो हमे कोई भी कंपनी चुनने से पहले ये जरुर देखना चाहिए की उस कंपनी के उपर कितना कर्जा है |
Interest Coverage Ratio = (Sales – Expenditure)/Interest
 

Share Holding Pattern

फिर हमें शेयर होल्डिंग पैटर्न भी देखना चाहिए की उस कंपनी के पेर्मोटर के पास कितना प्रतिशत शेयर है | कही पर्मोटर ने शेयर गिरवी तो नही रखा है | अब ये प्रश्न आता है की कितना प्रतिशत Promoters के पास होना चाहिए |
मेरे हिसाब से कमसे कम 50% तो होना ही चाहिए  | आप जिस कम्पनी में निवेश करना चाहते है उस कंपनी में Foreign Investor और Mutual funds  का भी निवेश होना ही चाहिए | शेयर होल्डिंग पैटर्न देखने के लिए हमेशा BSE  का वेव साईट में ही जाएँ |

Price to Earning Ratio

ये वैसे तो multibagger stock चुनने में मदद नही करता लेकिन जब ऊपर बताएं गये सारे गुण किसी शेयर में मिल  जाये तो हम कह सके है ही की ये शेयर आगे चलकर मुल्तिबग्गेर शेयर बन सकता है | कई बार हम ये गलती करते है की कम PE के चक्कर में ख़राब शेयर चुन लेते है | तो हमे quality से कभी भी Compromise नही करना चाहिए | क्यूँ की जो अच्छा कम्पनी होगा उसका Price to Earning Ratio हमेशा ज्यादा होगा |
दोस्तों ये पोस्ट अच्छा लगा हो तो पोस्ट की शेयर जरुर करें | इससे मुझे मोटिवेशन मिलता है |

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